भोपाल जीवन प्रबंध का उद्देश देती है श्री मतभागवत गीता -ब्रम्हाकुमारी वीणा दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की क्षेत्रीय मुख्यालय राजयोग भवन ई-5 अरेरा कॉलोनी ,भोपाल में आज एक दिवसीय श्रीमत भगवत गीता महासम्मेलन का आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सिरसी कर्नाटक से पधारी गीता विशेषज्ञ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वीणा दीदी ने श्रीमद भगवत गीता की शिक्षाओं का वर्तमान मनुष्य जीवन में क्या उपयोग है ।इस विषय पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा कि श्रीमद भगवत गीता की शिक्षाएँ हमें जीवन जीने की कला सिखाती है ।जीवन में आने वाली दुविधाओं से निपटने के लिए जीवन में नित्य प्रति होने वाले तनाव से निपटने के लिये श्री मत भगवत गीता का अध्ययन अति आवश्यक है ।आज मनुष्य का जीवन मनोविकारों से ग्रसित होने के कारण दुखी और अशांत हो गया है। मनोविकारों की जड़ देह अभिमान है ।और गीता हमें देह भान का त्याग कर देही अभिमानी बनने की प्रेरणा देती है । साथ ही गीता से हमें यह प्रेरणा मिलती है ।कि जब हम परमात्मा को साथ लेकर अर्थात उनकी याद में रहकर कोई भी कार्य करते हैं तो वह कर्म श्रेष्ठ होता है। और उसमें सफलता में निहित होती है। इस कार्यक्रम का लाभ लेने हेतु नगर के विभिन्न क्षेत्रों से जुडे नागरिकगण पधारें। ईश्वरीय सेवा में,बी.के.आशीष भाई,बी.के.दीपेन्द्रभाई,बी.के. दिलीप भाई,बी.के.सुरेश भाई,बी.के.सुधीर भाई,बी.के.सनातन भाई,बी.के.धर्मेद्र भाई,बी.के. बहादुर भाई,बी.के.राजू भाई,बी.के.प्रदीप भाई,बी.के.शरद भाई तथा अन्य भाई बहिनों का योगदान रहा।
भोपाल जीवन प्रबंध का उद्देश देती है श्री भागवत गीता ब्रम्हाकुमारी वीणा दीदी