फरीदाबाद 5 जनवरी 2020 (हृदयेश सिंह) फरीदाबाद न्यायिक सुधार संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट पराशर का यह कहना है प्रशासन की नाकामी के चलते सुप्रीम कोर्ट द्वारा 140 अवैध फार्म तोडने की बात तो दूर इससे अधिक और नए फार्म हाउस बनकर तैयार हो गए और यह सब पिछले डेढ़ साल में हुआ,एडवोकेट पाराशर का कहना है कि उनके सुप्रीम कोर्ट में प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कंटेंप्ट दायर करने के बाद भी इसका कोई असर फरीदाबाद के प्रशासन पर नहीं हुआ और एक-एक करके सैकड़ों अवैध नए फार्म हाउस बनकर तैयार हो गए और प्रशासन बापू के तीन की बंदर की तरह काम करता रहा,उन्होंने बात करने पर यह भी बताया कि अब भी अरावली पर अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है ,इसका जीता जागता उदाहरण दिया है कि कल ही वन विभाग के एक अधिकारी ने, खुद स्वीकार किया कि उनके 2 महीने पहले तोड़ें गए फार्म हाउस की जगह पर एक बड़ा फार्म हाउस बनकर तैयार हो गया है ,लेकिन वह अब इसको भी तुड़वाने की पूरी कोशिश करेंगे लेकिन जो बड़े-बड़े फार्म हाउस बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों में तब्दील हो चुके हैं ,उनका क्या होगा यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है? उन्होंने यह भी कहा कि फरीदाबाद नगर निगम के पूर्व मेयर देवेंद्र भढ़ाना ने लगभग 2 महीने पहले अवैध फार्म हाउसों की वीडियो क्लिप तैयार कर और नए बनाए जारहे फार्म हाउसों का फोटो भी अधिकारियों को भेजकर उन्हें तोड़ने की शिकायत पत्र दिया था,लेकिन अधिकारियों ने उनको तोड़ने के नाम पर मात्र खानापूर्ति कर जस का तस छोड़ दिया, और तोड़ी हुई बाउंड्री को भी माफियाओं ने दोबारा से बनाकर तैयार कर दिया है,एडवोकेट पराशर ने कहा कि वह इन माफियाओं से कतई ना तो देंबेगे ना ही हार मानगे,उनकी लड़ाई इसी तरह से जारी रहेगी और वह जब तक इस लड़ाई को लड़ते रहेंगे जब तक सारे के सारे अवैध फार्म हाउसों को अरावली सें नेस्तनाबूत ना कर दिया जाए।
फरीदाबाद प्रशासन की नाकामयाबी से 140 अवैध फार्म हाउसों के बाद इससे अधिक और नए बने एडवोकेट एलएन पराशर