फरीदाबाद से हृदयेश सिंह की रिपोर्ट
9 फरवरी 2020 को बल्लभगढ़ स्थित उदासीन मंदिर में रेड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद और महाराजा अग्रसेन सेवा ट्रस्ट के सौजन्य से समाजसेवी मनोज बंसल के द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें एड्स कंट्रोल सोसायटी पंचकूला और आईएसबीटीआई के ऑथराइज मोटिवेटर डॉक्टर एमपी सिंह ने रक्त दाताओं की हौसला अफजाई की और अन्य लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया डॉक्टर एमपी सिंह ने कहा कि रक्तदान करने से किसी भी प्रकार की कोई शारीरिक कमजोरी नहीं आती है बल्कि एक यूनिट रक्त से तीन से चार लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है डॉक्टर एमपी सिंह ने कहा कि थैलेसीमिया ग्रसित बच्चों को हर 15 दिन में रक्त की जरूरत होती है यदि आप समाज के प्रेरक आत्माएं जागरूक नहीं होंगे तो उन बच्चों के जीवन को नहीं बचाया जा सकता है यदि आपका 48 किलोग्राम वजन है और 12.5 हिमोग्लोबिन की मात्रा है तथा रक्त से संबंधित कोई भी बीमारी नहीं है तो रक्तदान करने के लिए हमेशा आगे आना चाहिए पता नहीं आपके दिए गए रक्त से किसके घर में प्रकाश फैल जाए किसका जीवन बच जाए और किसकी दुआओं के भागीदार बन जाए प्रसव काल के दौरान बच्चे को जन्म देते समय अनेकों माताओं को रक्त की जरूरत होती है कैंसर बीमारी में तथा सड़क दुर्घटना में हताहत रोगियों की जान बचाने के लिए अनेकों यूनिट खून की जरूरत पड़ती है ऐसी अनेकों जगह है जहां पर खून ही मानव के जीवन को बचा सकता है डॉक्टर ने कहा कि रक्त किसी फैक्ट्री में नहीं बनता है और मानव का खून ही मानव के काम आता है इसलिए रक्तदान करने के लिए हमें आगे आना चाहिए